Parliament में हुए झगड़े की जांच के लिए 7 सदस्यीय SIT गठित, आगे क्या होगा?
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Parliament में हुए झगड़े की जांच अब तेज हो गई है। यह मामला संसद स्ट्रीट पुलिस स्टेशन से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। अब इसकी जांच चाणक्यपुरी स्थित क्राइम ब्रांच की ISC यूनिट द्वारा की जाएगी।
बीजेपी सांसदों की घायल होने की घटना
यह मामला संसद परिसर में सांसदों के बीच झगड़े का है, जिसमें दो बीजेपी सांसदों प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए थे। दोनों का इलाज आरएमएल अस्पताल में किया जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शुक्रवार रात को क्राइम ब्रांच की SIT टीम का गठन किया गया है।
जांच में शामिल दो ACPs
क्राइम ब्रांच की इस SIT टीम में 2 ACPs, 2 इंस्पेक्टर और 3 सब इंस्पेक्टर शामिल होंगे, जो सीधे DCP को रिपोर्ट करेंगे। इस मामले में दो ACPs को SIT में शामिल किया गया है, क्योंकि यह मामला राजनीतिक दृष्टि से बहुत संवेदनशील और हाई प्रोफाइल है।
आमतौर पर यह देखा जाता है कि राजनीतिक हाई प्रोफाइल मामलों की जांच दिल्ली पुलिस की ISC क्राइम ब्रांच यूनिट को सौंप दी जाती है। सूत्रों के अनुसार, संसद प्रशासन से CCTV फुटेज की मांग की जाएगी, क्योंकि इस घटना से संबंधित जांच के लिए CCTV फुटेज महत्वपूर्ण होगा।
राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है, उनमें शामिल हैं:
- धारा 115 (जिनमें जानबूझकर चोट पहुँचाना),
- धारा 117 (गंभीर चोट पहुँचाना),
- धारा 125 (दूसरों की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना),
- धारा 131 (अपराधी ताकत का इस्तेमाल),
- धारा 351 (आपराधिक धमकी देना),
- धारा 3(5)।
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी को इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। हालांकि, अभी तक इस संबंध में किसी आधिकारिक बयान की पुष्टि नहीं हुई है।
कांग्रेस ने बीजेपी सांसदों के खिलाफ की शिकायत
इस मामले में कांग्रेस ने संसद पुलिस स्टेशन में बीजेपी सांसदों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सांसदों ने जानबूझकर रास्ता रोका और धक्का दिया। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को जानबूझकर धक्का देकर गिरा दिया गया था, जिसके कारण उनके घुटनों में चोट आई। कांग्रेस ने यह भी कहा है कि बीजेपी सांसदों ने जानबूझकर यह हरकत की, ताकि उनका रास्ता रोका जा सके और वह संसद में अपने काम को न कर पाएं।
आगे क्या होगा?
इस मामले में अब कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की संभावना है।
- CCTV फुटेज की जांच: सबसे पहले, संसद प्रशासन से CCTV फुटेज मांगी जाएगी, जो इस मामले की जांच के लिए अहम हो सकती है। फुटेज से यह स्पष्ट हो सकेगा कि घटना के समय क्या हुआ था और किसने किसे धक्का दिया।
- साक्षात्कार और गवाहों की पूछताछ: SIT टीम घटनास्थल पर मौजूद गवाहों और सांसदों से पूछताछ कर सकती है। इस दौरान, घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच की जाएगी।
- राहुल गांधी की पूछताछ: जैसे कि राहुल गांधी का नाम इस मामले में सामने आया है, उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। उनके बयान को रिकॉर्ड किया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि उनका इस घटना से क्या संबंध था।
- कांग्रेस और बीजेपी के आरोपों की जांच: दोनों दलों के आरोपों की जांच की जाएगी। कांग्रेस ने बीजेपी सांसदों पर जानबूझकर रास्ता रोकने और मल्लिकार्जुन खड़गे को गिराने का आरोप लगाया है, वहीं बीजेपी का कहना है कि यह मामला एक आपसी झगड़ा था। दोनों दलों के आरोपों की जांच की जाएगी और यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी।
- राजनीतिक विवाद: चूंकि यह मामला संसद के अंदर हुआ है और इसमें दो बड़े दलों के सांसद शामिल हैं, इसलिए यह मामला राजनीति के लिहाज से बहुत अहम हो सकता है। इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच पारदर्शिता से की जाएगी ताकि जनता को सही जानकारी मिल सके।
पुलिस की भूमिका और जांच की दिशा
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है और SIT की टीम को घटना की पूरी जांच का जिम्मा सौंपा गया है। पुलिस ने यह भी कहा है कि इस मामले की जांच जल्द पूरी की जाएगी ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। पुलिस का यह भी कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की जांच की जाएगी और न्यायालय में उचित कार्रवाई की जाएगी।
संसद में हुई इस झगड़े की जांच अब तेज हो चुकी है और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा बनाई गई SIT टीम मामले की सभी तहों तक जाएगी। इस मामले में राहुल गांधी और अन्य सांसदों से पूछताछ की संभावना है, वहीं CCTV फुटेज की मदद से जांच को और स्पष्ट किया जाएगा। इस मामले की पूरी जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि इस विवाद में कौन जिम्मेदार है और आगे की कार्रवाई क्या होगी।